दोनों भाइयों को अलग-अलग गाड़ी में बैठाया गया.
उमेश पाल हत्याकांड की जांच में जुटी यूपी पुलिस अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके भाई अशरफ को कौशांबी लेकर पहुंची है. ये पूरी कार्रवाई उमेश पाल मर्डर केस में हो रही है. दोनों भाइयों को अलग-अलग गाड़ी में बैठाया गया था. प्रयागराज पुलिस दोनों को कौशांबी के पुरामुफ्ती थाने लेकर आई है. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, अतीक के शार्प शूटर अब्दुल कवि के ठिकानों से भी पुलिस को काफी हथियार मिले थे. अब्दुल कौशांबी का ही रहने वाला है. विधायक राजूपाल हत्याकांड में वांटेड अब्दुल कवि ने 5 अप्रैल को CBI कोर्ट में सरेंडर किया था.
खबर है कि अतीक अहमद और उसके भाई को पुलिस फतेहपुर भी लेकर जा सकती है. इंडिया टुडे से जुड़े समर्थ श्रीवास्तव की रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी पुलिस ने फतेहपुर में अतीक अहमद के करीबियों के यहां छापेमारी की है. ये छापेमारी उमेश पाल मर्डर में इस्तेमाल हथियारों की खोजबीन के लिए की गई है. 13 अप्रैल को प्रयागराज कोर्ट ने अतीक और उसके भाई को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था. पुलिस दोनों से उमेश पाल हत्याकांड को लेकर पूछताछ करने वाली है.
यूपी पुलिस ने फतेहपुर में अतीक के तीन करीबियों को भी हिरासत में लिया है. पुलिस ने फतेहपुर के पनी और चौधराना इलाके में कई घरों में छापेमारी की है. सूत्रों ने बताया कि हिरासत में लिए गए तीन लोगों को अतीक और अशरफ के सामने लाया जाएगा. फिर पूछताछ की जाएगी.
26 अप्रैल तक यूपी में रहेगा अतीक
उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा हो चुकी है. 28 मार्च को कोर्ट ने अतीक के भाई अशरफ अहमद सहित सात आरोपियों को आरोपों से मुक्त कर दिया है. 13 अप्रैल को उमेश पाल हत्याकांड केस में कोर्ट में उसे पेश किया गया था. साथ ही उसके भाई खालिद आजिम उर्फ अशरफ की भी पेशी थी. मर्डर केस में अशरफ सहित अतीक के परिवार के कई सदस्य आरोपी हैं. 13 अप्रैल को ही अतीक के बेटे असद अहमद की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई. यूपी पुलिस ने दावा किया कि झांसी में असद और उसके सहयोगी गुलाम को एनकाउंटर में मार दिया गया. 24 फरवरी से यूपी पुलिस असद की तलाश कर रही थी.
अतीक और अशरफ को 26 अप्रैल तक प्रयागराज की नैनी जेल में रखा जाएगा. रिमांड खत्म होने के बाद अशरफ को बरेली जेल में और अतीक को साबरमती जेल में सुरक्षित पहुंचाया जाएगा.