रात 1.30 बजे स्टूडेंट्स का धरना खत्म, 6 दिन पढ़ाई बंद

By | September 19, 2022


चंडीगढ़ । मोहाली की चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी (उव) में पढ़ने वाली 60 से ज्यादा छात्राओं के नहाने का वीडियो वायरल करने के मामले में स्टूडेंट्स का धरना रात 1.30 बजे खत्म हुआ। रोपड़ रेंज के ऊकॠ गुरप्रीत भूल्लर और मोहाली के ऊउ अमित तलवार ने भरोसा दिया कि उनकी सभी मांगे मानी जाएंगी। यूनिवर्सिटी में अब 24 सितंबर तक नॉन टीचिंग डे घोषित कर दिया गया है। इस मामले से सहमी लड़कियों ने हॉस्टल खाली करने शुरू कर दिए हैं। उनके माता-पिता सुबह ही बेटियों को लेने पहुंच गए।
इस मामले में आरोपी दो युवकों को हिमाचल पुलिस ने देर रात गिरफ्तार कर लिया है। इनमें लड़की ने जिस युवक की तस्वीर दिखाई थी, उसे शिमला के ढली से पकड़ा गया। उसका नाम रंकज वर्मा है। वहीं दूसरे आरोपी सन्नी मेहता को रोहड़ू से अरेस्ट किया गया। इससे पहले पंजाब पुलिस ने वीडियो बनाने वाली लड़की को गिरफ्तार किया था। लड़की •ाी शिमला के रोहड़ू की रहने वाली है। वो लड़कों को बहुत पहले से जानती है।
देर शाम दोनों युवक पंजाब पुलिस को सुपुर्द कर दिए गए। सन्नी (23 साल) एक बेकरी में, तो रंकज (31 साल) ट्रेवल एजेंसी में काम करता है। रंकज मूल रूप से ठियोग के संधू क्षेत्र का है। इनसे अब वीडियो मंगवाने और उसे वायरल करने के मकसद के बारे में पूछताछ होगी।

स्टूडेंट्स की मांग प्रशासन ने मानी
सूत्रों के मुताबिक, स्टूडेंट्स ने पुलिस और यूनिवर्सिटी प्रशासन से शनिवार रात हुए मामले की पारदर्शी जांच, शनिवार को हुए लाठीचार्ज की जांच, अस्पताल में भर्ती स्टूडेंट्स को मुआवजा देने, गर्ल्स हॉस्टल का टाइम 8:30 से बढ़ाकर 9:30 बजे तक करने और हॉस्टल के सभी वॉर्डन बदलने की मांग रखी है। दोनों पक्षों की ओर से स्टूडेंट्स को सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। स्टूडेंट्स को शांत करने के लिए एंबुलेंस में अस्पताल भेजी गई स्टूडेंट को मौके पर लाया गया। हालांकि उसने अपना मुंह ढंक रखा था। दावा किया गया था कि घटना के बाद युवती ने सुसाइड करने की कोशिश की थी। हालांकि प्रशासन ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया है।

पुलिस के इनकार पर भड़के स्टूडेंट्स
रविवार सुबह मोहाली के एसएसपी विवेकशील सोनी और रोपड़ रेंज के डीआईजी गुरप्रीत सिंह भूल्लर मामले की जांच के लिए उव कैंपस पहुंचे। उव मैनेजमेंट के साथ-साथ इन दोनों अफसरों ने दावा किया कि किसी छात्रा का कोई वीडियो वायरल नहीं हुआ और स्टूडेंट्स को गलतफहमी हो गई थी। इसी बात से यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स भड़क उठे। प्रदर्शनकारी छात्राओं के अनुसार, आरोपी लड़की खुद मान चुकी है कि उसने हॉस्टल में रहने वाली लड़कियों के वीडियो बनाकर अपने दोस्त को भेजे मगर पंजाब पुलिस कह रही है कि लड़की ने सिर्फ अपना वीडियो बनाया। इसके अलावा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के कुछ अधिकारियों ने लड़कियों के कपड़ों को लेकर भी कमेंट किए। इससे उनमें नाराजगी है।

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