युवाओं को सेना में चार साल के लिए भर्ती करने की केंद्र सरकार की योजना का तीसरे दिन भी विरोध जारी रहा. इस विरोध प्रदर्शन से झारखंड भी अछूता नही है. प्रदेश के कई जिलों में युवा भारी विरोध कर रहे हैं. वे इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी कर रहे हैं. रांची रेलवे स्टेशन पर भी विरोध होता. लेकिन आरपीएफ ने सुझबूझ से बचा लिया. चूंकि गुरुवार को भी रांची रेलवे स्टेशन पर 400 से अधिक छात्रों ने प्रदर्शन किया था. आरपीएफ कमांडेंट प्रशांत यादव और असिस्टेंट कमांडेंट पवन सहित जवानों ने स्टेशन पहुंचने से पहले ही छात्रों को रोक दिया. और उन्हें समझा-बूझाकर विदा किया.
हालात को देखते हुए, कमांडेट प्रशांत यादव ने पूरे स्टेशन परिसर को लॉक कर दिया. उन्होने बताया कि चप्पे चप्पे पर आरपीएफ और जिला पुलिस को तैनात कर दिया गया है. रात से यात्रियों के बीच जवान यात्री बनकर उनकी रणनीति को समझा. सुबह होते ही स्टेशन से बाहर कर दिया. वहीं रांची पहुंचने वाली ट्रेन पर भी विशेष नजर रखी जा रही है. एक-एक ट्रेन की रिपोर्ट ली जा रही है. रांची, हटिया, मुरी में विशेष तैनाती की गयी है. 200 अतिरिक्त आरपीएफ जवानों की तैनाती की गयी है. किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिये सुरक्षा उपकरणों के भी इंतेजामात किये गये हैं.
ई बस और ट्रेन से पहुंचने वाले थे आंदोलनकारी
जानकारी के अनुसार रांची में कई जिलों से आंदोलनकारी छात्र पहुंचने वाले थे. हालांकि इसकी भनक लगते ही रांची पहुंचने वाली कई ट्रेनों को कैंसिल किया गया या फिर डायवर्ट किया गया. जिसमें लोहरदगा, दुमका धनबाद सहित अन्य जगहों से पहुंचने वाली ट्रेन शामिल हैं. इसके अलावे झारखंड के अन्य जिलों से पहुंचने वाली बसों को भी जिला प्रशासन की मदद से रुकवाया गया. इस वजह से कई जिलों से बस शुक्रवार को रांची नहीं पहुंची. इस कारण भी रांची में आंदोलनकारी कम संख्या में ही पहुंच सके.
रांची पुलिस भी अलर्ट
गुरुवार को राजधानी रांची के रेलवे ओवरब्रिज के नजदीक स्थित आर्मी बहाली कार्यालय के पास सैकड़ों की संख्या में युवा प्रदर्शन कर रहे थे. युवा आर्मी में नियुक्तिकी नयी नियमावली के विरोध में नारेबाजी कर रहे थे. इसको लेकर रांची पुलिस एहतिहात बरतते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं. हालांकि शुक्रवार को रांची में प्रदर्शनकारी सड़क पर नहीं दिखे.