कुणाल दास बने झारखंड का प्रदेश अध्यक्ष, मुरारी कुमार दास महासचिव
रांची। सरकारी शिक्षक के पद पर सीधी नियुक्ति की मांग को लेकर राज्य भर के जेटेट सफल पारा शिक्षक एवं गैर पारा अभ्यर्थी अब एक मंच पर आ गए हैं। इस संदर्भ में राज्य भर के सभी जिलों के जेटेट सफल पारा शिक्षक एवं गैर पारा अभ्यर्थियों की मोरहाबादी स्थित आॅक्सीजन पार्क में बैठक हुई। बैठक में संयुक्त संघ का गठन किया गया। बैठक में सर्वसम्मति से कुणाल दास को पारा शिक्षक-गैर पारा जेटेट सफल अभ्यर्थी संघ झारखंड का प्रदेश अध्यक्ष चुना गया। इसके अलावा मुरारी कुमार दास महासचिव, परिमल कुमार, राम प्रताप, मिर्जा कच्छप, आलोक मोहित मूर्मू, रेशमा रानी मिंज एवं बनबिहारी बेरा को उपाध्यक्ष, कृष्ण दुलाल सेन को संगठन सचिव, रवि प्रकाश एवं एतवा लाल सिंह मुंडा कोषाध्यक्ष और मो अफरोज आलम मीडिया प्रभारी चुने गए। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि चूंकि जेटेट परीक्षा 2012 के विज्ञापन में स्पष्ट रूप अंकित था कि वह परीक्षा शिक्षक नियुक्ति नियमावली 2012 के आलोक में ली गई है। संघ का प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर 2012 नियमावली के आधार पर मैरिट लिस्ट बनाकर जेटेट सफल अभ्यर्थियों को सरकारी शिक्षक के पद पर नियुक्त करने की मांग करेगा। सभा को संबोधित करते हुए नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष कुणाल दास ने कहा कि वर्ष 2016 में जेटेट परीक्षा पास करने वाले पारा शिक्षक एवं गैर पारा अभ्यर्थियों को एक बार भी काउंसलिंग का अवसर नहीं मिला है। ऊपर से सरकार चपरासी के वेतनमान के साथ सहायक आचार्य नियुक्ति नियमावली लाने जा रही है। संघ इसका कड़ा विरोध करता है। वर्तमान में जबकि नियोजन नीति हाईकोर्ट द्वारा खारिज की जा चुकी है, तो हम सरकार से गुजारिश करेंगे कि यथाशीघ्र नियोजन नीति तय कर हमें मैरिट लिस्ट के आधार पर सरकारी शिक्षक के पद पर नियुक्त करे। शुरूआती दौर में हम शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री से शांतिपूर्ण ढंग से शिष्टाचार भेंट कर अपनी एक सूत्री मांग को मजबूती से रखेंगे। अगर सरकार नहीं मानी तो आगे आंदोलन की रणनीति पर विचार करेंगे। बैठक में राज्य भर से पारा शिक्षक एवं गैर पारा कोटि के सैकड़ों जेटेट सफल शिक्षक अभ्यर्थी उपस्थित थे।