नई दिल्ली। भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने विधि मंत्रालय को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजीव खन्ना को अपना उत्तराधिकारी नामित किया है। सीजेआई चंद्रचूड़ 10 नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे। केंद्र सरकार ने परंपरा के अनुसार पिछले सप्ताह उन्हें पत्र लिखकर अपने उत्तराधिकारी के नाम का अनुरोध किया था।
केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद जस्टिस खन्ना भारत के 51वें मुख्य न्यायाधीश बन जाएंगे। जस्टिस खन्ना का कार्यकाल 6 महीने का होगा। वे 13 मई 2025 को सेवानिवृत्त होंगे। जस्टिस खन्ना कई महत्वपूर्ण फैसलों का हिस्सा रहे हैं। जस्टिस खन्ना उस बेंच का हिस्सा थे, जिसने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी थी। जस्टिस खन्ना की अगुवाई वाली बेंच ने दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली आबकारी नीति मामले से जुड़े ईडी केस में अंतरिम जमानत दी थी।
न्यायमूर्ति खन्ना संविधान पीठ का भी हिस्सा रहे हैं, जिसने संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के फैसले को बरकरार रखा। वह 2018 की चुनावी बॉन्ड योजना को रद्द करने वाली पीठ का भी हिस्सा थे। न्यायमूर्ति खन्ना ने 1983 में दिल्ली बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में नामांकन कराया।
उन्होंने शुरूआत में दिल्ली के तीस हजारी परिसर में जिला अदालतों में और बाद में दिल्ली हाईकोर्ट और न्यायाधिकरणों में संवैधानिक कानून, प्रत्यक्ष कराधान, मध्यस्थता, वाणिज्यिक कानून, कंपनी कानून, भूमि कानून, पर्यावरण कानून और चिकित्सा लापरवाही जैसे विविध क्षेत्रों में वकालत की।