Ranchi: पूजा सिंघल तो गयीं, उनके बाद दूजा कौन ? लाख टके का यह सवाल झारखंड में सत्ता और ब्यूरोक्रेसी के गलियारे में बड़ी बेचैनी के साथ घूम रहा है. दरअसल ईडी की अब तक की जांच और पूछताछ में जो खुलासे हुए हैं, उसके आधार पर इस मामले का कनेक्शन ऊपर के कई अफसरों से जुड़ रहा है. सत्ता से जुड़े किरदार भी इसकी चपेट में आ सकते हैं.
पांच दिनों तक रिमांड पर ईडी की पूछताछ में पूजा सिंघल का टूटना तय माना जा रहा है. जांच जारी रही तो भ्रष्टाचार और मनी लांड्रिंग से जुड़ा पूरा का पूरा नेटवर्क एक्सपोज होगा. पूजा सिंघल से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले की फाइलें लंबे वक्त तक ब्यूरोक्रेसी और सरकार में दौड़ती रहीं. उनके खिलाफ जांच के आदेश हुए. कार्रवाई की भी सिफारिश हुई, लेकिन फिर रहस्यमय तरीके से उन्हें क्लीन चिट दे दी गयी.
कौन हैं ये A,B और C
सूत्रों की मानें तो भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों से जुड़े मामलों में ईडी और सीबीआई जैसी जांच एजेंसियों की जद में झारखंड के कम से कम आधा दर्जन वरीय अफसरों का आना तय है. इन अधिकारियों में A,B और C राडार पर बताये जाते हैं. उच्चपदस्थ सर्किल में चल रही चर्चा पर यकीन करें तो दरअसल यह उन अफसरों के नाम का पहला अक्षर है, जिनके खिलाफ आनेवाले दिनों में कार्रवाई हो सकती है.
सरकार ने भी दिये हैं ये नाम
राजभवन ने गृह मंत्रालय को झारखंड के कुछ अफसरों के नाम भेजे हैं, जिनपर भ्रष्टाचार के गंभीर मामले हैं. सीएमओ ने राजभवन से अफसरों की लिस्ट मांगी थी. इसके बाद एटीआई के महानिदेशक के श्रीनिवासन, रांची डीसी छवि रंजन और भवन निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार का नाम राजभवन को दिया गया है. हालांकि इन नामों के अलावा राजभवन ने और सात नामों की सूची गृह मंत्रालय को भेजी है. बताया जा रहा है कि भ्रष्टाचार के आरोपियों के खिलाफ आज न कल कार्रवाई होनी तय है.