रांची | अपने तीन दिवसीय दौरे पर जदयू के झारखंड प्रभारी डॉ अशोक चौधरी रांची पहुंचे. पार्टी नेताओं ने एयरपोर्ट पर उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ अशोक ने जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा के पार्टी छोड़ने पर कहा कि वह उनकी इच्छा थी. अपनी इच्छा से पार्टी में आए और अपनी इच्छा से पार्टी से चले भी गए. पार्टी ने उन्हें सम्मान देने का काम किया था. हमारी पार्टी में नेताओं की कमी नहीं है. तीन बार उपेंद्र कुशवाहा पार्टी में आए. हर बार पार्टी ने उन्हें सम्मान देने का काम किया, लेकिन वो अति महत्वकांक्षी हो गए थे. गौरतलब है कि 16 जनवरी को भी डॉ अशोक चौधरी झारखंड में संगठन की मजबूती को लेकर नेताओं के साथ बैठक कर चुके हैं.
डॉ अशोक चौधरी ने कहा कि भाजपा को पूरे देश में रोकने के लिए विपक्षी दलों की गोलबंदी जरूरी है. क्योंकि वोटों के बिखराव की वजह से फायदा भाजपा उठा लेते हैं, और सत्ता की कुर्सी को हासिल कर लेते हैं. अभी भी इस देश में गंगा जमुनी संस्कृति को एक रखने वाले लोगों की संख्या भाजपा से ज्यादा है. हमारे नेता नीतीश कुमार ने तो सार्वजनिक मंच से ऐलान कर दिया है कि वे पीएम कैंडिडेट नहीं हैं. कांग्रेस अगर पहल करे और एकजुटता बनती है तो उनके नेतृत्व में लोकसभा का चुनाव लड़ा जाएगा.
रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव पर डॉ अशोक चौधरी ने कहा कि प्रदेश में चलने वाली सरकार के साथ हमारी पार्टी का गठबंधन नहीं है, लेकिन वृहद राजनीति को देखते हुए झारखंड जदयू ने कांग्रेस के उम्मीदवार बजरंग महतो को समर्थन देने का निर्णय लिया है.