शिक्षा परियोजना कार्यालय के बाहर सैकड़ों अध्यापकों ने किया प्रदर्शन
रांची। दो माह से मानदेय नहीं दिये जाने से नाराज राज्य के सहायक अध्यापक आज धुर्वा स्थित शिक्षा परियोजना कार्यालय का घेराव किया। घेराव में सैकड़ों की संख्या में सहायक अध्यापक शामिल हुए। एक दिवसीय घेराव कार्यक्रम एकीकृत सहायक अध्यापक मोर्चा की ओर से आयोजित किया गया है। इसमें कई जिले के सहायक प्राध्यापक शामिल हुए हैं। घेराव कर रहे शिक्षकों ने बताया कि राज्य के लगभग 62 हजार सहायक अध्यापक जुलाई 2022 से लंबित मानदेय भूगतान सहित विभिन्न समस्याओं के समाधान नहीं पाने की स्थिति में आक्रोशित हैं। उन्होंने मांग की है कि जुलाई और अगस्त का लंबित मानदेय सहित दशहरा पर्व को ध्यान में रखते हुए सरकारी शिक्षकों/कर्मियों की तरह सितंबर माह का मानदेय का भी भूगतान किया जाए। मोर्चा की मांग है कि शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में 11 एवं 14 दिसंबर 2021 को हुई बैठक में जो सहमति बनी थी। उसके अनुसार उच्चस्तरीय बैठक बुलाते हुए वेतनमान / वेतनमान के समतुल्य मानदेय (टेट उत्तीर्ण को तत्काल एवं प्रशिक्षित को आकलन के बाद) ईपीएफ, अनुकंपा और टेट विसंगति दूर करने पर निर्णय लिया जाए। इसके साथ ही नियमावली में संशोधन की कारवाई प्रारंभ की जाए।
सहायक प्राध्यापकों की ने मांग कि है कि नॉट क्लियर लिखित वैसे सहायक अध्यापक जिनका प्रशिक्षण पूर्ण हो गया है। उनका एरियर भूगतान करते हुए आकलन परीक्षा में शामिल होने संबंधी पत्र जारी किया जाए। अब तक प्रशिक्षित नहीं हो सके अप्रशिक्षित सहायक अध्यापकों को प्रशिक्षण पूरा करने के लिए एक अवसर दिया जाए। आकलन परीक्षा के संदर्भ में जैक को 100 अंकीय परीक्षा आयोजित करने संबंधी स्पष्ट निर्देश भेजा जाए। इस संबंध में मोर्चा की ओर से बताया गया है कि 14 दिसंबर 2021 को शिक्षा मंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में बिहार के तर्ज पर 100 अंकों की परीक्षा कराने को लेकर सहमति बनी थी।