रांची। ईडी ने साहिबगंज के बड़हरवा में जून-2020 के टेंडर विवाद में दर्ज केस को टेकओवर कर लिया है।
ईडी ने इसमें मनी लांड्रिंग के तहत केस दर्ज किया है। जिसमें मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा व अन्य को आरोपी बनाया गया है। बड़हरवा का यह केस शंभू नंदन कुमार उर्फ शंभू भगत ने दर्ज कराया था। उन्होंने टेंडर विवाद के एक मामले में बड़हरवा थाने में मंत्री आलमीर आलम व पंकज मिश्रा के इशारे पर मारपीट किए जाने की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। लेकिन दोनों ही आरोपियों को साहिबगंज पुलिस ने क्लीन चिट दे दिया। शंभू भगत ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को बताया था कि मंत्री आलमगीर आलम के भाई की कंपनी भीनगर पंचायत बड़हरवा में वाहन प्रवेश शुल्क वसूली के टेंडर में शामिल थी। उक्त कंपनी ने एक डमी कंपनी खड़ी कराकर पांच करोड़ रुपये तक का बोली लगवा दिया। बाद में पैसा जमा नहीं कराने पर दूसरी बोली एक करोड़ 46 लाख में आलम की कंपनी ठेका ले लेती। शंभू ने आगे यह भी बताया था कि इसकी भनक उन्हें थी। इसलिए उन्होंने उक्त ठेके को 1.80 करोड़ में ले लिया। शंभू भगत ने गत 22 अप्रैल को ईडी में आवेदन देकर पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया था कि कुछ संदिग्ध लोग उनका पीछा कर रहे हैं। जिसके चलते वे डरे हुए हैं। उन्होंने पाकुड़ व साहिबगंज जिले के एसपी-डीसी, राज्य मानवाधिकार आयोग में भी अपनी सुरक्षा पर खतरा बताते हुए आवेदन दिया था। ईडी ने शिकायतकर्ता शंभू भगत का मोबाइल जब्त करते हुए उसे जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा है, ताकि उसका डेटा निकाला जा सके। ईडी को उसी मोबाइल नंबर पर आरोपियों ने धमकी भरा काल किया था। इसके अलावा ईडी को बड़हरवा नगर पंचायत कार्यालय के सीसीटीवी फुटेज से संबंधित 18 सीडी भी जब्त किया है, जिसकी जांच चल रही है।