हाय रे किस्मत
जमानत मंजूर होने के बाद भी चार दिन से हैं जेल में बंद
पार्टी से नहीं मिल रही है मदद, कोलकाता में हलकान हो रही है पत्नी और परिजन
रांची। कोलकाता जेल में बंद झारखंड के दो कांग्रेसी विधायकों राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगड़ी को बेलर ही नहीं मिल रहे हैं। बेलर नहीं मिल पाने के कारण बुधवार को हाइकोर्ट से जमानत मंजूर होने के बावजूद अबतक वे कोलकाता जेल में बंद हैं। शनिवार को कांग्रेसी विधायक इरफान अंसारी किसी तरह से स्थानीय मुस्लिम बेलर की मदद से रिहा हो पाए, लेकिन राजेश कच्छप और नमन विक्सल को शनिवार तक बेलर नहीं मिल पाया था। दरअसल पश्चिम बंगाल सरकार के नियमानुसार बेल के लिए स्थानीय थाना क्षेत्र के ही बेलर होने चाहिए, जिनके नाम पर कोई अचल संपत्ति निबंधित होनी चाहिए। मुस्लिम होने के कारण इरफान अंसारी के लोगों ने बेलर का इंतजाम कर लिया, परंतु आदिवासी और इसाई होने के कारण इन दोनों विधायकों को बेलर तलाशने में भारी परेशानी हो रही है। कांग्रेस पार्टी से किसी तरह की मदद नहीं मिलने के कारण इन दोनों विधायकों के परिजन कोलकाता में दर-दर भटक रहे हैं। इनकी पत्नियां भी कोलकाता में ही बेल के इंतजार में बैठी हैं। उम्मीद जतायी जा रही है कि सोमवार को बेलर मिल जाएगा, तब इनकी रिहाई हो सकेगी।
रिहा होने के बाद इरफान अंसारी ने कहा-
साजिश रचकर हमें फंसाया गया
कोलकाता जेल से शनिवार शाम को रिहा हुए विधायक इरफान अंसारी कांग्रेस पार्टी और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी पर खूब बिफरे। उन्होंने कहा कि तीनों विधायकों को राजनीतिक साजिश रचकर फंसाया गया है। इरफान ने कहा कि जिस बैकग्राउंड से वे तीनों आते हैं, उनका भाजपा के साथ जाने का कोई सवाल ही नहीं पैदा होता, लेकिन एक साजिश के तहत उनको बदनाम किया गया है। ज्ञात हो कि जेल से रिहा होने के बाद इरफान अंसारी से झामुमो के एक वरिष्ठ नेता का दूत भी मिला, जो लगातार पार्टी हाईकमान से उनकी बात करवा रहा था।