बेरमो। धनबाद में अक्सर ही वर्चस्व की लड़ाई के लिए गोलीबारी की वारदात देखने को मिलती है। कुछ ऐसा ही अब बेरमो में करने की कोशिश की जा रही है। सोमवार देर रात बेरमो अनुमंडल के जारंगडीह रेलवे साइडिंग पर करीब नौ लोगों ने देसी कट्टे और रिवाल्वर से गोलियां चलायीं। बकायदा एक पर्चा भी चस्पा किया गया। पर्चे में माओवादी का चिन्ह भी अंकित है। लिखा हुआ है कि कोल माइंस कार्य के दौरान मुआवजा और रोजगार नहीं मिला तो कर्मचारियों और अधिकारियों पर सांगठनिक कार्रवाई की जाएगी। निवेदक के तौर पर उत्तरी छोटानागपुर जोनल कमेटी न्यू सशक्त पिपुल्स मोर्चा का नाम लिखा हुआ है। गोली चलने के बाद से पुलिस रेस है और आरोपियों को पकड़ने की पूरी कोशिश की जा रही है।
नक्सली के नाम पर गोली चलाने वालों ने जारंगडीह रेलवे साइडिंग का चयन किया। जबकि दहशत पूरे बेरमो में फैलाने की कोशिश है। दरअसल खासमहल के कोनार परियोजना में तीन-चार नए प्रोजेक्ट शुरू हुए हैं। प्रोजेक्ट काफी लंबा-चौड़ा है। बताया जा रहा है कि एक प्रोजेक्ट 500 करोड़ से भी ऊपर के हैं। दरअसल इन्हीं प्रोजेक्ट का काम करने वालों पर दहशतगर्द अपना दबदबा बनाना चाह रहे हैं। ताकि टेरर फंडिंग हो सके। लेकिन गोली चलाने के लिए अगर आरोपी खासमहल पहुंचते तो वहां वो पकड़े जाते। क्योंकि खासमहल के कोनार परियोजना में हर वक्त 200-300 लोग काम करते रहते हैं। जारंगडीह रेलवे साइडिंग इनके लिए एक सुनसान जगह थी। जहां वो आराम से देसी कट्टे से गोली चलाकर चलते बने। हाल के ही दिनों में एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े लोगों ने वहां काम करने वाली कंपनियों के मालिक से पैसों की डिमांड की। हालांकि, उन्हें उनके डिमांड के मुताबिक पैसे नहीं मिले। बताया जा रहा है कि खासमहल के आस-पास बड़वाबेड़ा और दूसरे जगहों का इस पूरे घटनाक्रम से कनेक्शन है। जारंगडीह रेलवे साइडिंग पर लगे हाई डेफीनेशन सीसीटीवी कैमरे से इसका खुलासा भी जल्द हो सकता है। पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और तफ्तीश जारी है।