रांची | मंतोष बेरिया एसएस मेमोरियल कॉलेज का पार्ट 2 का छात्र था | वह अक्सर सेंट्रल लाइब्रेरी आकर कंपटीशन की तैयारी किया करता था | आज भी वह सुबह अपने घर से साइकिल में सवार होकर सेंट्रल लाइब्रेरी में स्टडी करने पहुंचा था लेकिन जब वह अपना साइकिल लगाने के लिए बिल्डिंग के समीप पहुंचा उसी दरमियान छत का छज्जा भरभरा कर गिर गया | छज्जा का एक बड़ा टुकड़ा उसके सिर पर जा लगा आनन-फानन में छात्रों ने उसे रिम्स पहुंचाया जहां अत्यधिक खून बह जाने की वजह से छात्र की मौत हो गई | यह खबर सुनकर सेंट्रल लाइब्रेरी और रांची कॉलेज के छात्र काफी आक्रोशित हो गए और सेंट्रल लाइब्रेरी के सामने विरोध करने लगे | सैकड़ों की संख्या में छात्र पहुंचकर एक करोड़ मुआवजा की मांग मृतक के परिजनों को एक सरकारी नौकरी की मांग पर बैठे | साथी साथ छात्रों का कहना है इतनी बड़ी घटना होने के बाद घटनास्थल पर रांची यूनिवर्सिटी के वीसी नहीं पहुंचे जिससे छात्र काफी आक्रोशित है छात्रों का आरोप है रांची यूनिवर्सिटी के द्वारा जर्जर पड़े भवन को मरम्मत नहीं कराया जाता छात्रों को भगवान भरोसे छोड़ दिया जाता है | उनका कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती तब तक छात्र अपनी मांगों को लेकर सड़क पर बैठे रहेंगे | मौके पर पहुंचे रजिस्टर मुकुम मेहता ने घटना की निंदा की और मामले की जांच कर दोषियों के ऊपर होगी करवाई।
गुस्साए छात्रों ने वीसी का पुतला फूका
वहीं आक्रोश छात्रों ने रांची विश्वविद्यालय का वीसी क् पुतला फूका और छात्र संगठन ने दोषियों के ऊपर करवाईं की मांग और एक करोड़ रुपया सहित परिवार वालें की सरकारी नौकरी की मांगों को लेकर धरना दिया।
वहीं आजसू छात्र नेता हरिश सिंह ने मौके पर पहुंच कर रांची के डीसी और वीसी को इस्तीफा देने की मांग की है।
वहीं झारखंड छात्र संघ के अध्यक्ष एस अली ने बताया कि यह यह घटना पुरी तरह विश्वविद्यालय प्रशासन की गलती का नतीजा है समय रहते इसको मरम्मत करवा लेनी चाहिए छत की जर्जर स्थिति के बारे में विश्वविद्यालय को सुचना मिली जिसके बाद भी मरम्मत नहीं करवाया दोषियों के ऊपर कारवाई पीड़ित परिवार को एक करोड़ सहित सरकारी नौकरी दी जाए ।