बॉयलर के पीएफ फैन के चालू होने से हुए चोटिल, मजदूरों ने किया बवाल
बोकारो। डीवीसी के बोकारो थर्मल पावर प्लांट में बॉयलर के पीएफ फैन के चालू हो जाने के कारण अफरा तफरी में 6 मजदूर चोटिल हो गये। अन्य मजदूर बाल-बाल बचे। घटना शुक्रवार देर रात की है। सभी घायल मजदूरों को आनन-फानन में स्थानीय डीवीसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। इस घटना से आक्रोशित मजदूरों ने आज सुबह कंट्रोल रूम में काफी बवाल किया और अधिकारियों का घेराव कर दिया। घटना के संबंध में बताया जाता है कि पावर प्लांट के बॉयलर का पीएफ फैन में बीकेसी कंपनी के 14 मजदूर इलामेंट का काम कर रहे थे। इस दौरान किसी ने कंट्रोल रूम से पीएफ फैन को अचानक चालू कर दिया। इसके उपरांत वहां अफरा-तफरी मच गयी और मजदूरों कूदकर अपनी जान बचायी। बताया गया कि घटना के बाद वहां से डीवीसी के तीन कर्मचारी साइट से भाग गये। सूचना मिलने के बाद यूनियन के नेता गणेश राम प्लांट पहुंचे और घायलों को अस्पताल लेकर गये। बॉयलर में राजेंद्र नायक, योगेंद्र यादव, गणेश रावत, कुलेश्वर यादव, शकील खान, दिलीप बीना, राजेश बीना, तूफान डिगर, रामागिया प्रसाद सहित 14 मजदूर काम कर रहे थे। जो डीवीसी के तीन विशेषज्ञ अधिकारियों के देखरेख में काम रहे थे।
मरम्मत का कार्य किया जा रहा था
मजदूर शकील खान ने बताया कि बॉयलर के पीएफ फैन का मरम्मत कार्य गुरुवार को ही पूरा हो गया था। लेकिन वॉयलर में पुन: लिकेज होना शुरू हो गया। जिस कारण फिर मरम्मत का कार्य किया जा रहा था। अचानक पीएफ फैन चालू हो गया। जिससे गणेश रावत, राजेंद्र नायक, रामागिया प्रसाद व योगेंद्र यादव सहित 6 मजदूर चोटिल हो गये। इस घटना के बाद प्लांट का बिजली उत्पादन शून्य हो गया।
मजदूरों ने किया कंट्रोल रूम का घेराव
इधर, मजदूरों के द्वारा आज सुबह कंट्रोल रूम का घेराव की सूचना पर प्रोजेक्ट हेड सुशांत सन्नीग्रही, डीजीएम अरूण कुमार, अपर निदेशक नीरज सिन्हा सहित अन्य अधिकारी वहां पहुंचे और प्रतिनिधियों से वार्ता की। वार्ता में प्रोजेक्ट हेड सुशांत सन्नीग्रही ने आश्वासन दिया कि इस मामले में जिस अधिकारी व कर्मचारी की लापरवाही सामने आयेगी। जांच के बाद उनपर कार्रवाई होगी। हादसे की पुष्टि प्रोजेक्ट हेड सुशांत सन्नीग्रही ने भी की है।