वैश्य मोर्चा के पदाधिकारियों और सदस्यों का बापू की प्रतिमा के समक्ष शपथ ग्रहण
रांची। मोरहाबादी मैदान स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के प्रतिमा के समक्ष झारखंड प्रदेश वैश्य मोर्चा के नवनियुक्त केंद्रीय पदाधिकारियों एवं सदस्यों को ने शपथ ग्रहण किया। केंद्रीय अध्यक्ष महेश्वर साहु ने सभी को शपथ ग्रहण कराया। शपथ लिया गया कि वे संगठन के प्रति निष्ठा रखेंगे और समाज के मुद्दों पर संघर्ष के लिए हमेशा तैयार रहेंगे। शपथ में यह भी कहा कि वे पार्टी से पहले समाज को प्राथमिकता देंगे। इसके बाद नवगठित केंद्रीय समिति की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय अध्यक्ष महेश्वर साहु एवं संचालन प्रधान महासचिव बीरेन्द्र कुमार ने किया। बैठक में चर्चा करते हुए कहा गया कि सामाजिक संगठन ही राज्य और समाज में बदलाव ला सकता है। सत्ता और सरकार के पास भले पावर रहती है। लेकिन संवेदना और संघर्ष की क्षमता सामाजिक नेताओं, संगठनों में ही होती है। बैठक में सर्वसम्मति से दो प्रस्ताव पारित किये गये। जिसमें राज्य सरकार द्वारा फिलहाल निकाय चुनाव स्थगित करने के निर्णय का स्वागत किया गया और ट्रिपल टेस्ट कराने और ओबीसी को 27% आरक्षण देने के साथ निकाय चुनाव कराने की मांग की गयी। दूसरे प्रस्ताव में विधानसभा से पारित ओबीसी को 27% आरक्षण देने का मामला को राज्य सरकार विधि सम्मत तरीके से आगे बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू करे और पारदर्शिता के लिए हर प्रक्रिया एवं गतिविधि को सार्वजनिक करने की मांग की गयी। बैठक में मोर्चा की ओर से 1 दिसंबर से झंडा गाड़ो अभियान प्रारंभ किया जायेगा। जिसके तहत सबसे पहले केंद्रीय पदाधिकारी और सदस्य एवं जिला अध्यक्ष अपने घरों में वैश्य मोर्चा का झंडा लगायेंगे। 10 दिसंबर से पूरे राज्य में सदस्यता अभियान शुरू किया जायेगा। इसकी शुरूआत रांची से की जायेगी, इसके अलावा अन्य कार्यक्रमों की घोषणा की गयी। कार्यक्रम में रेखा मंडल, हीरानाथ साहु, मोहन साव, रामसेवक प्रसाद, अश्विनी कुमार साहु, डॉ. माधवचंद्र मंडल, योगेन्द्र प्रसाद, लक्ष्मण साहु, प्रमोद चौधरी, परशुराम प्रसाद, सहदेव चौधरी, इंदुभूषण गुप्ता, कपिल प्रसाद साहु, हरिनाथ साहु, दिनेश्वर मंडल, शिवनंदन प्रसाद, गुड्डू साहा, राजीव कुमार, अनिल वैश्य, राजधाम साहु, लगनू साहु, सत्यनारायण प्रसाद, नरेश साव, श्रवण प्रसाद साहु, हलधर साहु, रेणू देवी, नम्रता सोनी, पूनम जायसवाल, आत्माराम चौधरी तथा रवीन्द्र कुमार आदि उपस्थित थे।