रांची। रिटायर्ड आईएएस की पत्नी सीमा पात्रा को आज पहले सुबह रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अरगोड़ा पुलिस की टीम ने रांची छोड़ने से पूर्व ही सीमा पात्रा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को सूचना मिली थी कि रांची छोड़कर भागने की फ़िराक में सीमा पात्रा लगी हुई है। अपने आदिवासी नौकरानी पर जुल्म की पराकाष्ठा पार करने के जुर्म में सीमा पात्रा को गिरफ्तार किया गया है। भाजपा नेत्री सीमा पात्रा गिरफ्तारी के इस डर से पिछले तीन दिनों से फरार थी। पुलिस की टीम उसकी तलाश में जुटी हुई थी। मंगलवार को ही पीड़िता का बयान कोर्ट में दर्ज करवाया गया था।
अलग अलग ठिकानों पर हो रही थी छापेमारी
बेरहमी की पराकाष्ठा को पार करने वाली सीमा पिछले दो दिनों से पुलिस से बच कर निकल जा रही थी। पुलिस द्वारा कितनी बार उनके अलग अलग ठिकानों पर रेड भी किया गया था। हर बार वह पुलिस से बचकर निकल जा रही थी। जानकारी के मुताबिक सड़क मार्ग से रांची से बाहर भागने के फ़िराक में जुटी हुई थी। इस जानकारी के मुताबिक ही पुलिस को सीमा को पकड़ने में सफलता हाथ लगी। आज कोर्ट में सीमा की पेशी भी होगी। पीड़िता सुनीता का बयान पुलिस के द्वारा पहले ही प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी थी। पीड़िता का बयान कोर्ट में 164 के तहत दर्ज कर लिया गया था। जानकारी के मुताबिक पीड़िता ने अपने बयान में सताने की पूरी कहानी बताई है।
युवती आठ वर्ष से थी नौकरानी
सीमा पात्रा के अशोक नगर स्थित रोड नंबर एक आवास में लंबे समय से बंधक बनाकर दिव्यांग सुनीता को रखा गया था। दिव्यांग युवती सुनीता को पुलिस ने मुक्त कराया। पीड़िता गुमला जिला की रहने वाली है। आरोप है कि सीमा पात्रा ने घर में कामकाज करने के लिए सुनिता को बीते आठ साल से रखी थी। युवती को बंधक बनाकर बुरी तरह प्रताड़ित किया जा रहा था। उसे घर से बाहर तक नहीं निकलने दिया जा रहा था। सुनीता के अनुसार सीमा पात्रा ने उन्हें कई दिनों तक घर में बंधक बनाए रखा। इस दौरान उसे खाना भी नहीं दिया जाता था। जबकि लोहे की रॉड से मारकर उसके दांत तोड़ दिए गए। इन सबसे भी जब सीमा पात्रा का मन नहीं भरा तो उन्होंने गर्म तवे से उसके शरीर के कई हिस्सों को दाग दिया। मामले की जानकारी जब पुलिस को मिली तब 22 अगस्त की रात सीमा पात्रा के अशोक नगर स्थित घर से सुनीता को मुक्त करवाया गया। उसकी स्थिति को देखते हुए इलाज के लिए उसे रिम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया।