रांचीः इस गर्मी में भी हटिया-टुपूदाना के कम से कम 50 हजार लोगों को पानी नहीं मिल पाएगा. जेएनएनआरयूएम अरबन मिशन जलापूर्ति योजना का काम इस वर्ष भी पूरा होने के आसार नहीं दिख रहे हैं. अगर उत्पन्न समस्या से निजात भी मिल जाए और तेजी से काम हो तो भी कम से कम एक वर्ष का समय और लगेगा. अरबन मिशन जलापूर्ति योजना का काम वर्ष 2019 में पूर्ण होना था, इसे एक वर्ष का एक्सटेंशन देते हुए 2020 किया गया. मगर 2020 में कोरोना संकट के कारण काम ही नहीं हुआ. 2021 में यह काम पूरा नहीं हो सका और इस वर्ष 2022 में भी इसे पूरे होने के आसार नहीं दिख रहे हैं. इसके कारण इस योजना से लाभान्वित होने वाले एक बड़ा क्षेत्र इस वर्ष भी गर्मी में पानी से वंचित रह जाएंगे.
यह समस्या उत्पन्न हो रही है पानी पहुंचने में
इस योजना का काम 80 प्रतिशत से अधिक पूरा हो चुका है. अब केवल तुपुदाना और हटिया क्षेत्र में पानी पहुंचना है. मगर रामपुर से नामकुम तक बने निर्माणाधीण रिंग रोड और राइजिंग पाइप लाइन बिछाने के लिए 4 किमी का जमीन एलायनमेंट उपलब्ध नहीं होने के कारण काम अधूरा पड़ा हुआ है. रिंग रोड का काम एनएचआई कर रहा है. बार-बार कहने के बाद भी फिलहाल वह स्पेस् उपलब्ध कराने में असमर्थता जाहिर किया है. अब 15 अप्रैल के बाद फिर से पेयजल विभाग और एनएचआई के बीच बैठक होगी. जिसमें इसका समाधन निकाला सकता है. दरअसल स्वर्णरेखा नदी के उपर एक ब्रिज बनाना है जिससे पाइप लाइन ले जाना है. मगर यह ब्रीज जमीन एलायनमेंट नहीं मिलने के कारण शुरू नहीं हो पा रहा है. इसके अतिरिक्त करीब 4 किमी का राइजिंग पाइप लाइन बिछाना है. इसके लिए जमीन उपलब्ध नहीं हो पाया है. साथ ही साथ सरला बिरला विश्वविद्यालय के पास भी 500 से 600 किमी पाइप लाइन बिछाने का काम अभी अधूरा पड़ा है.
वाटर टावर, यूजीआर और डिस्ट्रब्यूशन पाइप लाइन बिछ कर है तैयार
मजे की बात है कि हटिया-तुपुदाना तक पानी पहुंचाने के लिए ओवर हेड वाटर टावर, अंडरग्राऊंड रिजरवायर बन कर तैयार है. जैसे ही ब्रीज और 4 किमी पाइप राइजिंग पाइप लाइन का काम पूरा हो जाएगा. वाटर सप्लाई शुरू हो जाएगी. मगर इस काम को पूरा होने में कम से कम एक साल का समय और लगेगा.
हटिया-तुपूदाना छोड़ इस योजना के तहत बाकी क्षेत्रों में पिछले वर्ष जुलाई में पहुंच चुका है पानी
इस योजना के तहत अन्य क्षेत्रों में पिछले वर्ष जुलाई में पानी पहुंच चुका है और नियमित वाटर सप्लाई भी हो रही है. इस योजना के तहत कुल 20,470 हाऊस होल्ड को पानी आपूर्ति करने का लक्ष्य है. जिसमें पिछले वर्ष जुलाई में इस योजना के तहत जगरनाथपुर संप, डीबडीह टावर, कुसई, पुंदाग टावर, हरमू चापू टोली टावर, हरमू हिल टॉप टॉवर, पिस्का मोड़ टॉवर तक पानी पहुंच चुका है. इससे करीब 12 हजार हाऊस होल्ड यानि कि 62 हाजार आबादी को पानी मिलना शुरू हो गया है.
रिंग रोड निर्माण और स्पेश उपलबध नहीं होने के कारण हो रहा विलंब
इस संबंध में रूक्का ईई विनोद कुमार ने बताया कि अरबन मिशन वाटर सप्लाई स्कीम के तहत हटिया-तुपुदाना को छोड़कर शेष क्षेत्रों में पिछले वर्ष ही पानी पहुंचा दिया गया है. हटिया-तुपूदाना में समस्या हमारे विभाग की नही है. यह समस्या रिंग रोड और एनएचआई के कारण हो रहा है. स्वर्णरेखा नदी पर ब्रीज बनाने और करीब 4 किमी का राइजिंग पाइप लाइन बिछाने का काम जमीन एलायनमेंट नहीं मिलने के कारण विलंब हो रहा है. 15 अप्रैल के बाद संभवत: एनएचआई ने एलायमेंट उपलब्ध कराने को कहा है. इसके बाद काम शुरू होगा. काम शुरू होने के बाद कम से कम एक वर्ष का समय और लगेगा.