सरायकेला। चांडिल प्रखंड क्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात लगातार जारी है। हर एक दो दिन में हाथियों का झुंड किसी ना किसी गांव में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। गुरुवार को भी रात लगातार दूसरे दिन हाथियों ने मकान को क्षतिग्रस्त किया। बुधवार की रात चांडिल प्रखंड के कुरली में मकानों का ध्वस्त करने के बाद जंगली हाथियों का झुंड गुरुवार की रात नारगाडीह में एक मकान को ध्वस्त कर मकान के अंदर रखे धान को अपना आहार बनाया। इसके पूर्व हाथियों का झुंड चालकबेड़ा स्थित बगान में आम समेत अन्य पेड़ों को भी नुकसान पहुंचाया। हाथियों के झुंड द्वारा मकान को ध्वस्त करने के दौरान ईंटा से दबकर शिवचरण मार्डी का सात मुर्गा व मुर्गी मर गये। आज सुबह वन विभाग के पदाधिकारियों के पहुंचने पर उन्होंने अपने नुकसान की जानकारी दी। हाथियों का झुंड जब नारगाडीह गांव में घुसा उस समय गांव के शिवचरण मार्डी अपनी पत्नी गुरुवारी मार्डी के साथ आंगन में सोये थे। अचानक हाथियों के आने की आवाज सुनकर दोनों कमरे में घुस गए। बताया जा रहा है कि हाथियों की संख्या 30 से 35 के बीच है। हाथियों का झुंड शिवचरण मार्डी के मकान को ध्वस्त कर मकान के अंदर रखे धान को अपना आहार बनाया। हाथियों के आने पर दोनों घर के अंदर रखे धान के बड़े-बड़े बोरा के पीछे छुप गए। वहीं हाथियों ने मकान ध्वस्त करने के बाद सूंड़ से धान की बोरियों को बाहर की ओर खींचने लगे। अपने पास तक हाथियों के सूंड़ पहुंचने पर शिवचरण और उसकी पत्नी दोनों डर गए और दीवार की ओर दुबक कर बैठ गए। बताया जा रहा है कि हाथियों के झुंड ने करीब 10 क्विंटल धान चट कर गये और कुछ बर्बाद कर दिया।