दोनों इसके लिए स्वयं लेना चाहते थे श्रेय, नेताओं के समर्थकों ने की आपस में तू तू, मै-मै
जामताड़ा। काफी लंबे समय से आंदोलन के बाद जामताड़ा रेलवे स्टेशन पर चार प्रमुख ट्रेनों का ठहराव शुरू हुआ। स्टेशन परिसर में ट्रेन ठहराव समारोह के दौरान सांसद सुनील सोरेन और विधायक इरफान अंसारी के समर्थकों के बीच जमकर मंच पर ही नोकझोंक हो गई। दोनों नेता ट्रेन के ठहराव के लिए स्वयं श्रेय लेना चाहते है। रेलवे प्रशासन द्वारा जामताड़ा रेलवे स्टेशन में चार प्रमुख ट्रेनों के ठहराव को लेकर एक समारोह का आयोजन किया गया था। जिसमें मुख्य अतिथि दुमका के भाजपा सांसद सुनील सोरेन और विधायक इरफान अंसारी के अलावे रेलवे के अधिकारी और प्रतिनिधि शामिल थे। सांसद और विधायक द्वारा हरी झंडी दिखाकर पटना-पुरी एक्सप्रेस ट्रेन को ठहराव के बाद रवाना किया जाना था। जिसे लेकर दोनों दल के नेताओं के समर्थकों द्वारा जमकर नारेबाजी होती रही। भाजपा और कांग्रेस के समर्थकों के बीच ट्रेन ठहराव को लेकर राजनीति श्रेय लेने की होड़ लगी रही। भाजपा के दुमका सांसद जहां अपना राजनीतिक श्रेय लेना चाह रहे थे। वहीं विधायक इरफान अंसारी अपना राजनीतिक श्रेय लेने में लगे थे। श्रेय लेने के होड़ में दुमका सांसद ने जैसे ही अपने संबोधन में कहा कि उनके अथक प्रयास से जामताड़ा में 4 ट्रेनों का शुभारंभ हुआ और आज तक इस क्षेत्र के जितने विधायक सांसद रहे वे ये नहीं कर पाए। इतने में ही स्थानीय विधायक इरफान अंसारी सांसद को भाषण के दौरान ही टोकने लगे। जिसके बाद मंच पर बैठे सांसद के समर्थक काफी उत्तेजित हो गए। इतने में विधायक समर्थक भी जोश में आ गए और दोनों के बीच जमकर नोकझोंक हो गई। बात आगे बढ़ती उससे पहले ही रेल पुलिस बल के जवानों ने स्थिति को संभाल लिया। इसके बाद दोनों नेताओं ने हरी झंडी दिखाकर पटना पुरी एक्सप्रेस ट्रेन ठहराव का शुभारंभ कर रवाना किया। सांसद सुनील सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि आज तक इस क्षेत्र में जितने भी विधायक और सांसद रहे, कभी किसी ने ट्रेन ठहराव कराने के बारे में नहीं सोचा. ना कोई काम किया। उनके कार्यकाल में 7 ट्रेनों का ठहराव जामताड़ा रेलवे स्टेशन पर हुआ है। वहीं विधायक इरफान अंसारी ने सांसद सुनील सोरेन पर झूठा श्रेय लेने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ट्रेन का जो भी ठहराव हुआ है, यह उनकी देन है और दुमका जामताड़ा रेलवे लाइन का सर्वे का जो काम है, वह भी उनकी वजह से हो रहा है।