महंत कनक बिहारी दास का सड़क हादसे में निधन

By | April 17, 2023
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रघुवंशी समाज के महंत कनक बिहारी दास जी महाराज का सोमवार सुबह आठ बजे नरसिंहपुर के पास सड़क हादसे में निधन हो गया। वह बरमान से छिंदवाड़ा लौट रहे थे। उनकी कार बाइक सवार को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित होकर पलट गई। इससे महंत कनक बिहारी दास जी को गंभीर चोट आई और उनका मौके पर ही निधन हो गया। उनके साथ एक अन्य श्रद्धालु की भी मौत की खबर है। ड्राइवर रूपलाल को गंभीर चोट आई है, जिसे नरसिंहपुर के जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है।

चांद के प्रसिद्ध नोनी कला मंदिर से उनका गहरा लगाव था। वह काफी लंबे समय से यहीं पर विराजमान थी। ऐसे में यहां भव्य नर्मदा पुराण कथा चल रही थी। इसके प्रमुख आयोजन में वह आज शामिल होने वाले थे। बरमान से लौटते समय अचानक उनकी कार ग्राम सकरी के पास एक बाइक सवार को बचाने के चक्कर में अनियंत्रित हुई। कार इस कदर पलटी कि उसमें मौजूद श्रद्धालु जख्मी हो गए। महंत श्री के साथ एक अन्य श्रद्धालु की मौत हो गई। 


महेंद्र कनक बिहारी दास जी महाराज के निधन की खबर लगते ही रघुवंशी समाज में शोक की लहर दौड़ पड़ी। कनक बिहारी जी रघुवंशी समाज के गौरव कहलाते थे। जैसे ही उनके निधन की खबर लोगों को लगी, काफी संख्या में लोग करेली-बरमान के लिए रवाना हो गए। फिलहाल करेली अस्पताल में पोस्टमॉर्टम की तैयारी की जा रही है। 


भगवान श्री राम की भक्ति में लीन रहने वाले महंत कनक बिहारी दास जी महाराज 2024 में फरवरी महीने में श्रीराम महायज्ञ कराने जा रहे थे। इसकी तैयारियों को लेकर ही नरसिंहपुर गए थे। लौटते समय समय वह इस हादसे का शिकार हो गए। उनके निधन से छिंदवाड़ा में रहने वाले उनके सैकड़ों भक्तों में शोक की लहर है। 


महंत कनक बिहारी दास जी महाराज मूलतः विदिशा के रहने वाले हैं। वह लंबे समय से लोनीकला श्रीराम जानकी मंदिर में ही रह रहे थे। वे लगातार विदिशा, गुना और अयोध्या में विभिन्न धार्मिक आयोजनों में शामिल होते थे। उनके हजारों शिष्य है, जो महाराज श्री के निधन की खबर लगते ही छिंदवाड़ा पहुंचने लगे हैं। 


कनक दास जी महाराज के निधन की खबर लगते ही सांसद नकुल नाथ ने भी ट्वीट कर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि परम पूजनीय संत, यज्ञ सम्राट 1008 श्री कनकबिहारी महाराज जी के देवलोकगमन का अत्यंत हृदय विदारक समाचार प्राप्त हुआ। गुरुदेव जी के शिष्यों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं। आपका जाना हम सभी के लिए अपूरणीय क्षति है। ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि शिष्यों को दुःख सहने की शक्ति दें।

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