3 रायफल,1678 गोली व कई सामान बरामद
रांची। लोहरदगा के बुलबुल जंगल में भाकपा माओवादी संगठन के नक्सलियों के खिलाफ लगातार 12 दिनों तक मेगा आॅपरेशन अभियान चला, इस अभियान के दौरान 10 बार नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई, इस दौरान सुरक्षाबलों ने 10 लाख के इनामी बलराम उरांव समेत नौ नक्सलियों को गिरफ्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की, गिरफ्तार माओवदियों में शैलेंद्र नगेसिया, रविंद्र गंझू की पत्नी ललिता देवी, मारकुश नगेसिया, वीरेन कोरवा, मुकेश कोरवा, शैलेश्वर उरांव, बलराम उरांव, शीला खेरवार और दशरथ खेरवार शामिल है।
उक्त जानकारी आज संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान जोनल आईजी एवी होमकर ने दी। उन्होने बताया कि लोहरदगा और लातेहार जिले में सक्रिय माओवादियों की कमर तोड़ने के लिए चलाये गये 12 दिन के अभियान में पुलिस मुख्यालय की भरपूर मदद मिलती रही।
उन्होने बताया कि गिरफ्तार उग्रवादियों में जोनल कमांडर बलराम उरांव दस लाख का ईनामी था। बलराम के खिलाफ लातेहार व लोहरदगा जिले के कई थानों में 82 से अधिक उग्रवादी घटनाओं से संबंधित मामले दर्ज हैं, जिसमें पुलिस को उसकी सरगर्मी से तलाश थी।
15 लाख का ईनामी है माओवादी रविन्द्र गंझू
आईजी ने बताया पुलिस गिरफ्त आया भाकपा माओवादी रिजनल कमांडर 15 लाख का इनामी रविंद्र गंझू अपने संगठन के जोनल कमांडर छोटू खेरवार, बलराम उरांव समेत कई चार दर्जन उग्रवादियों के साथ लोहरदगा लातेहार सीमा के बुलबुल जंगल में जमा होने की सूचना पुलिस को मिली थी। जिसके बाद सुरक्षाबलों के द्वारा अभियान चलाया गया। रविंद्र गंझू अपने दस्ता के साथ धरधरिया जलप्रपात में ब्लास्ट कर 11 पुलिसकर्मी की हत्या, लातेहार के चंदवा ने चार पुलिसकर्मी की हत्या, गुमला में 29 वाहनों में आगजनी समेत कई अन्य घटनाओं को अंजाम देने का वांक्षित रहा है। 12 दिनों तक अलग अलग स्थानों में मुठभेड़ के बाद जवानों द्वारा चलाये गये सर्च अभियान में झारखंड जगुआर, जिला बल व सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन शामिल थे। आई जी पत्रकारों को बताया कि 9 उग्रवादियों की गिरफ्तारी से रीजनल कमांडर रविंद्र गंझू का दस्ते की कमार टूट गयी है। उन्होंने बताया दस्ते में रविंद्र के अलावा रंथू उरांव, छोटू खरवार और लाजिम अंसारी फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं, इनको भी दबोचने के लिए छापेमारी की जा रही है।