रांची | 100 करोड़ मिड डे मील घोटाला का मुख्य आरोपी संजय कुमार तिवारी गिरफ्तारी के डर से फरार हो गया है. रांची ईडी टीम उसकी तलाश में जुटी है. इसे लेकर ईडी ने शनिवार को संजय तिवारी के कई ठिकानों पर छापेमारी भी की थी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया है. संजय कुमार तिवारी भानु कंस्ट्रक्शन का संचालक है. ईडी ने उसे पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट से मिली प्रोविजनल बेल पर वह जेल से बाहर था. लेकिन जमानत की अवधि खत्म होने के बाद भी संजय ने कोर्ट में सरेंडर नहीं किया था.
जिसके बाद पीएमएलए की विशेष कोर्ट ने शुक्रवार को उसके खिलाफ वारंट भी जारी किया था. इसके बाद से ही वह फरार हो गया.
भानु कंस्ट्रक्शन के संचालक संजय कुमार तिवारी को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कोर्ट में 25 मार्च को ही सरेंडर करना था. लेकिन संजय सरेंडर से बचने के लिए कोविड होने की गलत जानकारी रांची के पीएमएलए कोर्ट को दी. रिम्स के इलाज संबंधी कागजात और कोविड सर्टिफिकेट की जांच ईडी के रांची जोनल ऑफिस ने की. ईडी अधिकारियों ने जांच में पाया कि इलाज सं संबंधित जो जानकारी और कोविड सर्टिफिकेट संजय ने दी थी वो गलत थी. इसी मौके का फायदा उठाकर संजय तिवारी फरार होने में कामयाब हो गया. बरियातू थाना में संजय तिवारी पर मामला दर्ज हुआ है. जिसके बाद रांची पुलिस की टीम भी उसकी तलाश में जुटी हुई है.
गौरतलब है कि मिड डे मील के करीब 100 करोड़ एसबीआई धुर्वा ब्रांच से भानू कंस्ट्रक्शन के 34 खातों में अवैध तरीके ट्रांसफर किया गये थे. इसे लेकर पहले धुर्वा थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. बाद में मामले की जांच सीबीआई ने अपने हाथ ले ली. वर्ष 2021 में ईडी ने कांड संख्या ECIR 3/2021 दर्ज कर केस को अपने अधीन ले लिया. संजय तिवारी के साथ राजू वर्मा और सुरेश कुमार भी इस केस में अभियुक्त हैं.